अब होगी ही नहीं, मर्ज को शरीर में होने से रोकने के लिए आ रही ये दवा

अब होगी ही नहीं, मर्ज को शरीर में होने से रोकने के लिए आ रही ये दवा

  2023-09-11 07:55 pm
<p>अमेरिका ने टाइप-1 डायबिटीज के पहले प्रिवेंट&zwj;िव ट्रीटमेंट को अपनी मंजूरी दे दी है. इस दवा को फार्मास्&zwj;यूटिकल कंपनी प्रोवेंशनबायो और सनोफी ने बनाया है. इसका नाम है टीजिल्ड (Tzield) है. यह दवा टाइप-1 डायबिटीज होने से रोकती है. Tzield को बनाने वाली फार्मा कंपनी का दावा है कि इसके सेवन से डायबिटीज की बीमारी किसी को होगी ही नहीं. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर (USFDA) ने नवंबर 2022 में इस खास दवा को मंजूरी दी थी.</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>इससे पहले लाइलाज थी डायबिटीज</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>टाइप-1 डायबिटीज को ऑटोइम्यून रिऐक्&zwj;शन माना जाता है. यह रिऐक्&zwj;शन पैनक्रियाज (अग्&zwj;नाशय) में उन कोशिकाओं को नष्ट कर देता है जो इंसुलिन बनाती हैं. इन्&zwj;हें बीटा सेल्&zwj;स कहा जाता है. यह प्रक्रिया लक्षण प्रकट होने से पहले महीनों या वर्षों तक चल सकती है. ये Type 2 Diabetes से अलग है. Type 2 Diabetes समय के साथ मुख्&zwj;य रूप से लाइफस्&zwj;टाइल के कारण डेवलप होती है. जबकि टाइप-1 डायबिटीज के लिए इससे पहले यानी अब तक कोई प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट नहीं था.&nbsp;</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>इस एज ग्रुप के लोगों को होगा फायदा</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>चमत्कारी मानी जा रही इस दवा को 8 साल और इससे ज्&zwj;यादा उम्र के उन लोगों के लिए मंजूरी दी गई है जो डायबिटीज की स्&zwj;टेज-2 में हैं. अमेरिकी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, टाइप-1 डायबिटीज का अब तक कोई प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट नहीं था. कम से कम अब Type-1 डायबिटीज को होने से कुछ समय के लिए टाला जा सकता है.</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>क्लीनिकल ट्रायल के नतीजों ने दिखाई राह</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>इस दवा के नतीजे बहुत उत्&zwj;साहित करने वाले हैं. दरअसल इस दवा के ट्रायल में शामिल हुए, लोगों का कहना है कि बिना इंसुलिन सामान्&zwj;य जिंदगी बिताना कुदरत के किसी वरदान से कम नहीं है. उनका मानना है कि इस दवा ने करोड़ों लोगों की जान बचाने के लिए उम्&zwj;मीद की एक नई किरण जगाई है. ये एक बड़ी उपलब्धि है. इसे सिर्फ वही समझ सकते हैं जो टाइप-1 डायबिटीज से गुजर रहे हैं.</p> <p>&nbsp;</p> <p><strong>कैसे काम करती है दवा?</strong></p> <p>&nbsp;</p> <p>Tzield ह्यूमन बॉडी के ऑटोइम्&zwj;यून रेस्&zwj;पॉन्&zwj;स में दखल देती है. इस बीमारी में इम्&zwj;यून सेल्&zwj;स पैनक्रियाज में बनने वाली बीटा कोशिकाओं को नष्&zwj;ट करते हैं. ये इम्&zwj;यून सेल्&zwj;स इंसुलिन बनाते हैं. इंसुलिन ब्&zwj;लड शुगर को अन्&zwj;य कोशिकाओं तक ले जाने में मदद करता है. फिर इसका इस्&zwj;तेमाल ऊर्जा बनाने में होता है. ट्रायल्&zwj;स में Tzield बीमारी को दो साल से अधिक तक रोकने में मदद करती है. हालांकि, कुछ मामले में इससे ज्&zwj;यादा समय तक बीमारी होने से रोका जा सकता है.</p>
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