रायपुर (किशन खटीक) । हरि नाम संकीर्तन मात्र से सारे संकट दूर हो जाते हैं। हाथी ने भी मगरमच्छ के पकड़ने पर अंत में हरी को याद किया और उसकी रक्षा हो गई। भक्त प्रह्लाद ने भगवान को याद किया और अत्याचारी हिरण्यकश्यप से छुटकारा मिल गया। उक्त विचार समता चौक में ठाठोदिया परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन उपस्थित सैकड़ो महिला पुरुष भक्तों के समक्ष व्यास पीठ से संत अर्जुन दास महाराज ने व्यक्त किये। कथा में नरसिंह भगवान द्वारा हिरण्यकश्यप वध, भगवान श्री कृष्ण का आठवीं संतान के रूप में जन्मोत्सव, वामन अवतार आदि पर आकर्षक व सजीव झांकियां भी प्रस्तुत की गई जिनको देखकर दर्शकों ने दांतों तले उंगली दबाते हुए भक्ति भजनों पर भाव विभोर होकर नृत्य किया। भागवत कथा के दौरान पूर्व प्रधान कन्हैयालाल खटोड, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के संभाग संगठन मंत्री तेजबहादुर सिंह चारण, जिला संगठन मंत्री रमेशचंद्र वैष्णव, राष्ट्रीय बाल साहित्यकार डॉ सत्यनारायण सत्य, रामपाल तातेला, दिनेशचंद्र शर्मा, भामाशाह शांतिलाल झवर,आयोजक शांतिलाल सुथार, भगवती लाल, मुरलीधर, बद्रीलाल,संपतलाल सहित सैकड़ो महिला पुरुष भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद कृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष में समस्त भक्त जनों को पंजेरी एवं माखन का प्रसाद वितरित किया गया।