कोटा
जिले के सांगोद उपखंड के गुरायता गांव में एनीकट में बहे दो युवकों की मौत हो गई। दोनों के शव को दूसरे दिन शुक्रवार को कालीसिंध नदी से बाहर निकाला गया। दोनों युवक आपस में जीजा-साला हैं। बताया जा रहा है कि गुरुवार को दोनों गुरायता के पास बने एनीकट पर नहा रहे थे।
अचानक साले का पैर फिसल गया। बचाने के लिए जीजा ने साले का हाथ पकड़ा और दोनों नदी में बह गए। शुक्रवार को नगर पालिका व एसडीआरएफ की टीम ने दोनों के शवों को बाहर निकाला। शव को देखते ही परिवार में मातम छा गया।
नायब तहसीलदार जगदीश शर्मा ने बताया जितेंद सेन (20) मोहन लाल का इकलौता बेटा था। दो महीने पहले मोहन की बेटी की सगाई कोटा निवासी लोकेश सेन (27) के साथ हुई थी। जनवरी में शादी होनी थी। लोकेश पहली बार साले जितेंद्र के साथ ससुराल आया था। गुरुवार दोपहर एक बजे दोनों गुरायता लोढ़ाहेडा एनिकट नहाने गए थे।
एनीकट पर नहाते समय जितेंद्र का पैर फिसल गया। उसे बचाने के चक्कर मे लोकेश भी नीचे गिर गया। दोनों नदी में बह गए। स्थानीय लोगों ने रेस्कयू अभियान चलाकर उन्हें निकालने की कोशिश की। कोटा से एसडीआरएफ को बुलाया। अंधेरा होने के कारण सफलता नहीं मिली।
सुबह नगर पालिका की टीम ने ट्यूब की मदद से रेस्क्यू कर जितेंद्र का शव बाहर निकाला। बारां से आई एसडीआरएफ की टीम ने लोकेश के शव को बाहर निकाला। जगदीश शर्मा ने बताया कि दोनों शव घटनास्थल से 60 से 70 मीटर की दूरी पर मिले। जितेंद्र कोटा में रहकर प्राइवेट काम करता था। जबकि लोकेश कोटा में प्राइवेट कंपनी में संविदा पर काम करता था।