लोकसभा चुनावों को लेकर की जा रही नाकाबंदी के दौरान एसएसटी टीम ने गुरुवार देर रात नकली घी की आशंका से 85 घी के पीपे जब्त किए, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए से ज्यादा आंकी गई है। जब्त घी को खाद्य सुरक्षा टीम की मौजूदगी में सीज किया गया। साथ ही घी का सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेजा गया है।
हालांकि सीज किए गए घी के असली या नकली होने के बारे में जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो पाएगी। दरअसल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र में एसएसटी टीम द्वारा की जा रही नाकाबंदी की जांच के दौरान यह कार्रवाई की गई। बालाजी थाने के एएसआई शीशराम आर्य ने बताया कि नाकाबंदी के दौरान जांच करने पर एक कार में भारी मात्रा में घी मिला। घी के पीपों पर किसी कंपनी का लोगो नहीं होने से घी के नकली होने का संदेह हुआ, जिसके चलते मामले की सूचना जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीताराम मीना को दी गई।
सूचना पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रकाशचंद सैनी को मौके पर भेजकर नकली घी के 85 पीपे बालाजी मोड़ पर ही संचालित घी की फैक्ट्री में सीज किए गए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सैनी ने कहा कि चंद्रप्रकाश शर्मा नाम के व्यक्ति ने बालाजी मोड़ पर गणेश आईस फैक्ट्री के नाम से एक फर्म संचालित कर रखी है। ऐसे में फैक्ट्री से बिना किसी मार्का के घी को महवा में स्थित दाऊजी मिल्क फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में भेजे जाने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल घी का सैंपल लेकर घी को सीज कर दिया गया है। जांच में घी के नकली पाए जाने पर फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।