डूंगरपुर ।
भादर गांव में एक परिवार में शादी की खुशियां चल रही थी। मंगलवार काे शादी थी, साेमवार रात काे बिनाैली निकालने की तैयारी हाे चुकी थी। इससे आधे घंटे पहले सड़क हादसे में दाे चचेरे भाइयों की माैत से शादी का माहाैल मातम में बदल गया।
इस हादसे में दूल्हे के सगे भाई की माैत हाे गई। चाैरासी पुलिस थाना क्षेत्र के गाेरादा घाटी के पास दुल्हन काे शृंगार सामान देकर घर लाैट रहे दाे चचेरे भाइयों काे साेमवार रात काे जीप ने टक्कर मार दी। इससे एक युवक की माैके पर माैत हाे गई। दूसरे चचेरे भाई ने अस्पताल में दम ताेड़ दिया। इस घटना से परिवार का माहाैल गमगीन हाे गया। ऐसे में शादी का कार्यक्रम टालना पड़ा।
जानकारी के अनुसार भादर माली फला निवासी जीवत राम पुत्र नाथू पारगी की शादी मंगलवार को शादी होने वाली थी। बारात लाड़साैर गांव जाने वाली थी। घर में शादी की खुशियां का माहौल था। सोमवार शाम के समय दूल्हे जीवत राम का छोटा भाई चंदूलाल पारगी, चचेरा भाई सोहन पारगी, देवा पुत्र मानू पारगी व बंशीलाल पुत्र कमजी पारगी दो अलग-अलग बाइक पर दुल्हन के शृंगार का सामान लेकर लाड़साेर में सामान देने गए थे।
रात करीब 8 बजे सामान देकर वापस लौट रहे थे। गोरादा घाटा के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार जीप ने सोहन और चंदूलाल की बाइक को टक्कर मार दी। इससे बाइक गोरादा घाटा में 20 फीट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में सोहन पारगी व चंदूलाल पारगी के सिर, हाथ पैर पर चोटें आई। इस दाैरान जीप चालक वहां से भाग गया। अन्य बाइक पर सवार देवा व एक अन्य ने खाई में जाकर दाेनाें घायल काे उठाने की काेशिश की, पर वे नहीं उठे।
चिल्लाने पर आसपास के लाेग माैके पर आ गए। 108 एबुलेंस की मदद से गंभीर हालात में दोनों घायलों को डूंगरपुर मेडिकल काॅलेज अस्पताल लेकर आए। यहां डॉक्टर ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया। बंशीलाल ने बताया कि साेहन की माैके पर माैत हाे चुकी थी। चंदूलाल की धड़कन चल रही थी। वहीं घटना की सूचना मिलने पर चौरासी थाने से हैड कांस्टेबल मनाेहर सिंह, कांस्टेबल मनोहरलाल माैके पर पहुंचे।
दोनों के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। बंशीलाल पुत्र कमजी पारगी की रिपोर्ट पर जीप चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों काे सुपुर्द कर दिया है।
दुल्हन काे सामग्री देने के बाद निकलता है बिनाैला : भादर ग्राम पंचायत के विनाेद कटारा ने बताया कि चंदूलाल व सोहनलाल अविवाहित थे। दाेनाें मजदूरी कर रहे थे। शादी की परंपरा के अनुसार दुल्हन काे शृंगार सामग्री देने के बाद बिनाैला निकलता है। चंदूलाल व सोहनलाल शृंगार सामग्री देकर लाैटने के दाैरान हादसा हाे गया। जीवत राम की शादी को भी कुछ दिनों के लिए टाल दिया है।